Sunday, October 7, 2007

Alochana

प्रतिक्रमण के steps:
१) भगवान से प्रार्थना कर अपने दोषो को कहे
२) निम्न बातो क प्रतिक्रमण करे: ५ पाप, विषय, कषाय, मिथ्यात्व, अन्याय, अनीति, अभक्ष, समिति, १०८ आस्रव
  1. पांच पाप:
    1. हिंसा: १,२,३,४, ५(संज्ञी, असंज्ञी) इन्द्रियों की हिंसा
      1. स्थावर:
        1. पृथ्वी खोदी, महल बनाये
        2. जल को गलाया
        3. वायु को पंखे आदि से चलाया
        4. वनस्पति कि विराधना करी, उसे आनन्द से खाया
        5. बिना देखे अग्नि जलाई, उसमे जो जीव आये, वो परलोक सिधारे
      2. त्रस:
        1. झाङू से चिंटी कि विरधना करी
        2. जल की जिवाणी करने मे त्रस जीवो क घात किया
        3. मल को विसर्जन मे कृमि एत्यादि कि हत्या करी
        4. कपङे धोने मे जीव हिंसा
        5. अन्नदिक शोद्य करने मे जीव हिंसा
        6. द्रव्य कमाने मे बहु हिंसा करी
    2. झूठ:
    3. चोरी
    4. परिग्रह:
    5. कुशील: परस्त्री की और देखा
  2. १०८ आस्रव:
    1. समरंभ, समारंभ, आरंभ
    2. मन, वचन, काय
    3. कृत, कारित, मोदन
    4. क्रोध, मान, माया, लोभ
  3. मिथ्यात्व:
    1. विपरीत, एकान्त, विनय, संशय, अज्ञान
    2. कुगुरू की सेवा
    3. अदया करी
    4. उप्रयुक्त से चार गती मे घूमा
  4. विषय सेवन:
    1. स्पर्श:
    2. रसना
    3. घ्राण: गीत, सन्गीत मे रूची
    4. चक्षु
    5. कान
  5. अन्याय, अनीति, अभक्ष:
    1. न्याय
    2. अनीति
    3. अभक्ष:
      1. पांच उदुम्बर, मांस, मधु, मद्य,
      2. २२ अभक्ष,
      3. रात्री भोजन
  6. कषाय (२५):
    1. क्रोध, मान, माया, लोभ: अनन्तानुबन्धी, प्रत्याख्यान, अप्रत्याख्यान, संज्वलन
    2. हास्य, अरति, रति, शोक, भय, जुगुप्सा, स्त्रीवेद, पुरुषवेद, नपुंसकवेद
  7. निद्रा, जागना:
    1. निद्रा के समय स्वपन मे कषायो से दोष
    2. जागते हुए विषयो से दोष
  8. समिति:
    1. अहार,
    2. विहार,
    3. निहार
    4. बिना देखे वस्तु उठाई
    5. बिना शोधी वस्तु खाई
reference: आलोचना पाठ

1 comment:

Parag Shah said...

This is a great blog. How about we make it as daily pratikraman reference guide?

It covers all the paap with general description. I am thinking to add few specific Paap related to current life style. We can have a seperate guide for explaining why they are paap and the consequences.

(under Tras jiv hinsa)
1) Driving Car (day/night)
2)Shower water issues - qty and quality. Washing/vaccume etc
3) Outside food related Paap

सुख के लिये क्या क्या करता है।

संसारी जीव:  सोचता है विषयो से सुख मिलेगा, तो उसके लिये धन कमाता है। विषयो को भोगता है। मगर मरण के साथ सब अलग हो जाता है। और पाप का बन्ध ओर ...