Wednesday, May 18, 2022

शरीर का प्रयोग

 शरीर संसार बढ़ाने के लिये:

- विषयों की पूर्ती के लिये (पांच इन्द्रिय)

- कषाय की पूर्ती के लिये (क्रोध, मान, लोभ आदि की पूर्ति के लिये)

- पांच पाप के लिये


शरीर संसार घटाने के लिये

- तप - निर्जरा के लिये

- समिति, वैयावृत्ति, स्वाध्याय, स्तुति आदि के लिये

प्रश्न: जब शरीर भी नहीं हूं, तो आत्मा साधना ही करूं, परिवार वालो के प्रति कर्तव्यो का निर्वाह क्यों करूं?

उत्तर : हमारे अन्दर कितनी विरक्ति होती है उसके अनुसार ही कार्य करने योग्य है। अगर जीव में पर्याप्त विरक्ति है, तो परिवार छोङकर सन्यास धारण क...